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इज़हार बोले,'चिकित्सकों ने मुझे हौंसला दिया. यही वजह रही कि कोरोना जैसी महामारी से जंग जीत सका'. |
इज़हार के स्वस्थ होने पर टीएमयू में चिकित्सकों ने बुके दिया और तालियां बजाकर विदा किया। जब वे अमरोहा लौटे तो यहां मौजूद लोगों ने भी तालियां बजाकर उनका स्वागत किया। इज़हार अहमद ने कहा कि कोरोना को मजाक न समझें। इसे गंभीरता से लें और बिना जरुरी काम के घर से बाहर कदम न रखें। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों ने उन्हें हौंसला दिया। यही वजह रही कि वे कोरोना जैसी महामारी से जंग जीत पाए।

इज़हार अहमद बीते माह 18 मार्च को दिल्ली से लौटे थे। दिल्ली की निजामुद्दीन मरकज़ के आसपास उनकी मोबाइल लोकेशन मिली, तो स्वास्थ्य विभाग ने उनकी जांच की। उनका सैंपल लिया गया। उन्हें आइसोलेशन वार्ड में दाखिल करवाया गया। 8 अप्रैल को उनकी रिपोर्ट पॉज़िटिव आने के बाद वे अमरोहा जिले के पहले कोरोना संक्रमित मरीज़ थे। मुरादाबाद के जिला अस्पताल में भर्ती करने के अगले दिन उन्हें टीएमयू में इलाज के लिए भेजा गया। बाद में उनके दो टेस्ट हुए जिनमें सभी रिपोर्ट निगेटिव आई। 16 अप्रैल को इज़हार की रिपोर्ट निगेटिव आई। तीसरा सैंपल 20 अप्रैल को लिया गया था। उसकी रिपोर्ट 21 अप्रैल को निगेटिव आने के बाद उन्हें कोरोना संक्रमण से मुक्त घोषित कर दिया गया।

अमरोहा जिले के पहले कोरोना पॉज़िटिव मरीज़ के स्वस्थ होने के बाद स्वास्थ्य महकमे ने थोड़ी राहत की सांस ली है। इज़हार अहमद के परिजन क्वारंटाइन में हैं। हालांकि उनकी फोन पर बात होती रहती है।

जिले में अभी 17 लोग कोरोना संक्रमण से ग्रस्त हैं। यह आंकड़ा मंगलवार को 18 तक पहुंच गया था, जब अमरोहा में एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया। बताया जाता है वह जमात से जुड़े लोगों के संपर्क में आया था। खांसी, बुखार और जुकाम की शिकायत के बाद उसे 16 अप्रैल को जांच के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कोरोना आशंकित होने की वजह से उसे क्वारंटाइन वार्ड में भर्ती कराया गया था। मंगलवार यानी 21 अप्रैल को उसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आयी। शाम को एक मरीज़ के ठीक होने के बाद फिर से अमरोहा जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या 17 हो गई है।
-टाइम्स न्यूज़ अमरोहा.