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चेयरमैन अंशु नागपाल के नेतृत्व में नगरवासियों के सहयोग से मिला सम्मान. |


पालिका सूत्रों से पता चला है कि पिछले साल अक्टूबर में केन्द्र की ओर से भेजी गयी टीम दस दिन यहां रुकी थी। जिसने उस दौरान नगर के दुकानदारों तथा मोहल्लों में डोर-टू-डोर जाकर सफाई व्यवस्था को परखा और स्थानीय नागरिकों से कई सवाल पूछे। उसी के आधार पर केन्द्रीय नगर विकास मंत्रालय ने अपना निर्णय लिया। पूरे प्रदेश में इसी तरह का सर्वे किया गया। सभी मानकों को आधार बनाकर जांच की गयी तो प्रदेश की सभी नगर पालिकाओं को गजरौला ने पीछे छोड़ दिया। प्रदेश में गजरौला कूड़ा मुक्त नगरों में सबसे ऊपर हो गया है।

केन्द्रीय नगर विकास मंत्री की इस घोषण से पालिकाध्यक्ष जहां गदगद हैं वहीं नगर के वे सभी लोग खुश हैं जिनके प्रयास से नगर को यह सम्मान प्राप्त हुआ है। इसमें दुकानदारों, आम नागरिकों, कई सामाजिक संगठनों तथा एक बड़ी औद्योगिक इकाई का बड़ा योगदान है। पालिका स्टाफ की बात करें तो उसमें सफाई कर्मचारियों का सबसे बड़ा योगदान है। रही बात इ.ओ. की तो वे सबसे बाद में आने चाहिए। नागरिक समस्याओं और उनके निराकरण के साथ ही वे लोगों से बात तक करने की जहमत नहीं उठाते और कार्यालय से प्राय: नदारद रहते हैं।
-टाइम्स न्यूज़ गजरौला (अमरोहा)