अमरोहा जिले में विद्युत आपूर्ति बुरे हाल में

electricity-problem-amroha
बिजली की समस्या से यहां के लोग काफी समय से जूझ रहे हैं.

जैसे-जैसे गर्मी की तपिश बढ़ रही है, उसी तरह देहात से शहरों तक लोग अघोषित विद्युत कटौती से परेशान हैं। विद्युत समस्या के निदान के लिए कई जगह लोग आंदोलित हैं। जहां शहरी आबादी कारोबार और गर्मी से निजात के लिए बिजली की निर्बाध आपूर्ति की मांग कर रही है वहीं बिजली की पर्याप्त आपूर्ति के अभाव में किसान फसलें सूखने से परेशान हैं। सभी का कहना है कि उपभोक्ताओं पर विद्युत दरों की वृद्धि का बोझ पड़ने के बाद बिजली में सुधार न होना जहां लोगों की कमर तोड़ रहा है वहीं बिजली कंपनियों को हाल ही में नब्बे हजार करोड़ की सरकारी सहायता के बाद भी हालत खराब होना बहुत ही गंभीर मामला है। 

विद्युत-आपूर्ति

इस समय खेतों में गन्ना, हरा-चारा, मूंग, मक्का आदि की फसलें शिशुकाल में हैं जिन्हें सिंचाई की बहुत जरुरत है। दूसरी ओर सभी तरह की सब्जियां जिनमें लौकी, तोरी, करेला जैसी बेल वाली फसलें शामिल हैं खेतों में सूखे का मुकाबला कर रही हैं। इन्हें एक-दो दिन पानी देरी से मिलने पर भारी क्षति होती है। पर्याप्त बिजली न मिलने से किसान बहुत परेशान है। उनकी लहलहाती फसलें जलाभाव में सूखने के कगार तक पहुंचने को हैं। इससे किसानों की सांसें थमती नज़र आ रही हैं। बार-बार बिजली घरों के चक्कर काटने तथा कई संगठनों के ज्ञापन आदि देने से भी बिजली अधिकारियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा। कोरोना के कारण किसान अधिक संख्या में एकत्र होकर उन पर दवाब बनाने में भी विफल हैं।

कई जगह ट्रांसफॉर्मर खराब हैं या फुंके पड़े हैं। कहीं क्षमता से कम पावर के ट्रांसफॉर्मर लगने से दिक्कत हैं। मूंढा खेड़ा में 21 दिन बाद ट्रांसफॉर्मर बदला गया जबकि मुख्यमंत्री कहते हैं कि यूपी में 24 घंटे में फुंका ट्रांसफॉर्मर लग जाता है।

-टाइम्स न्यूज़ अमरोहा.