पार्टी लाइन के खिलाफ राजेश सैनी सपा नेता के साथ

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मंडी धनौरा के चेयरमैन राजेश सैनी ने सपा नेता के क्लीनिक की सील खुलवाने का दिया आश्वासन.

भाजपा नेता और पालिकाध्यक्ष राजेश सैनी पार्टी लाइन को धता बताते हुए एक ऐसे सपा नेता के पक्ष में खुलकर खड़े हो गए हैं जिसके अस्पताल को अधिकारियों ने जरुरी कागज़ों के अभाव में सील कर दिया है। राजेश सैनी के इस रवैये से क्षेत्रीय भाजपाई अचंभित हैं। 

दरअसल कोविड महामारी की वजह से स्वास्थ्य महकमा अतिसक्रिय है। जिले के वैध और अवैध सभी तरह के क्लीनिकों की जांच की जा रही है। क्लीनिक संचालकों की योग्यता पर विशेष फोकस है। सत्रह क्लीनिक संचालकों को तो जनपद में सोमवार को छापा मार जांच में नोटिस जारी किए गये हैं। जांच के दौरान चार दिन पूर्व धनौरा का इस्माइल क्लीनिक भी लपेटे में आ गया। इसे सपा नेता मोहम्मद इस्माइल के बेटे डॉ. असलम सैफी चलाते हैं। मो. इस्माइल राज्य खाद्य आयोग के सदस्य भी हैं। यह पद उन्हें पिछली सपा सरकार में तत्कालीन मंत्री कमाल अख्तर की कृपा से मिला। 

कई जगह भागदौड़ के बावजूद सपा नेता अपने क्लीनिक की सील खुलवाने में विफल रहे तो उन्होंने पालिकाध्यक्ष राजेश सैनी से संपर्क साध समाधान का विचार किया। इसके लिए उन्होंने धनौरा मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े सभी चिकित्सकों को मनाया। 

मो. इस्माइल का आरोप है कि सपा-भाजपा की प्रतिद्वंदिता में उन्हें दला जा रहा है। सील खुलवाने की मांग का ज्ञापन एसोसिएशन के सदस्यों ने सैनी को दिया। सील बंदी के पीछे की शासन की मंशा को जानते हुए भी राजेश सैनी ने मो. इस्माइल को उनकी पूरी सहायता का आश्वासन दिया। साथ ही यह कहा कि वे जिलाधिकारी और भाजपा जिलाध्यक्ष दोनों से इसके लिए बात करेंगे। सपा नेता के प्रति दरियादिली से भाजपाई असहज हैं। कई लोगों का कहना है कि भाजपा विरोधियों को संरक्षण देने वाला पार्टी का हितैषी कैसे हो सकता है? 

इस मुलाकात में सैनी और चिकित्सकों ने सोशल डिस्टेंसिंग का खुला उल्लंघन भी किया। सभी एक दूसरे से सटकर खड़े रहे। इस मौके पर डॉ. नासिर अली, डॉ. नरेश दत्त शर्मा, डॉ. एमपी शर्मा, डॉ. जफर इकबाल, डॉ. याकूब सैफी, रामनाथ आर्य, डॉ. आदित्य कुमार आदि मौजूद थे।

~टाइम्स न्यूज़ मंडी धनौरा.