पंचायत चुनाव होते ही पुल निर्माण कार्य शुरु हो जाएगा, जिसमें छह माह लगेंगे.
गंगा के खादर में बसे दर्जन भर से अधिक गांवों के हजारों परिवारों को चिरप्रतीक्षित पुल की सौगात मिलने का समय निकट आ गया है। पुल का निर्माण पंचायत चुनाव के खत्म होते ही शुरु हो जाएगा। धनौरा विधायक राजीव तरारा ने विधानसभा के चुनावों से पूर्व चकनवाला के पास इस पुल को बनवाने का मतदाताओं से जो वादा किया था, वे उसे पूरा करे की ओर पहुंच गये। यह पुल भाजपा विधायक के प्रयास से उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लि. द्वारा छह करोड़ साढ़े 18 लाख रुपयों से बनकर तैयार हो जायेगा।
विधायक ने संबंधित अधिकारियों, भाजपा कार्यकर्ताओं तथा स्थानीय लोगों के साथ निर्माणाधीन पुल के स्थान का जायजा लिया और भूमि पूजन जैसी प्राथमिक परंपराओं की शुरुआत भी की। भाजपा विधायक ने बताया कि उन्होंने विधानसभा चुनाव के दौरान यहां के करीब 15 गांवों के लोगों की सबसे बड़ी समस्या, 'एक पुल का अभाव' को देखा और महसूस किया कि इस वजह से हमारे बीच की आबादी का एक हिस्सा किस तरह के दुख-दर्द के दंश को दशकों से झेल रहा है। उन्होंने तभी ऐलान किया और भरोसा दिलाया था कि वे विधायक बनने के बाद पुल निर्माण को प्राथमिकताओं में लेंगे।
राजीव तरारा के मुताबिक उन्होंने अपने वादे और संकल्प के दृष्टिगत चुनाव जीतने के बाद पुल निर्माण के लिए कागजी कार्रवाई शुरु कर दी। हस्तिनापुर वन सेंचुरी का हिस्सा होने के कारण पुल निर्माण के लिए अनापत्ति प्रमाण-पत्र मिलना मुश्किल था। फिर भी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की कृपा से उन्हें सफलता मिली। इसके लिए 28 विभागों से एनओसी लेनी पड़ी।
भाजपा विधायक का कहना है कि वन विभाग से एनओसी मिलने में कई बाधाएं थीं जिन्हें लांघने में पुल निर्माण में देरी हुई। नवम्बर 2019 में तमाम एनओसी प्राप्त हो गयीं। 2020 में निर्माण शुरु होना था लेकिन पूरा साल कोरोना की भेंट चढ़ गया।
विधायक का दावा है कि पुल निर्माण के लिए धन स्वीकृत हो चुका। पंचायत चुनाव होते ही पुल निर्माण कार्य शुरु हो जाएगा। जिसमें छह माह लगेंगे। यानी साल के अंत में उन्हें पेंटून पुल से निजात मिलेगी और एक स्थायी तथा मजबूत पुल उन्हें उपलब्ध हो जाएगा। इससे केवल राम गंगा पोषक नहर और गंगा नदी के बीच बसे केवल 15 गांवों के बाशिंदों को ही लाभ नहीं होगा बल्कि चकनवाला गांव की ओर बसे दर्जनों गांवों में बसे उनके संबंधी और रिश्तेदारों का आवागमन भी सरल हो जाएगा।
-टाइम्स न्यूज़ गजरौला.