भाजपा और सपा में प्रत्याशी चयन के लिए माथापच्ची में जुटे हुए हैं.
पंचायत चुनावों का बिगुल बजते ही जिले की राजनीतिक हलचल तेज हो गयी है। यहां त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में सपा, बसपा और भाजपा में कांटे की टक्कर है। इन दलों में सबसे अधिक जोर जिला पंचायत चुनाव को लेकर है। जहां बसपा ने अपने कई उम्मीदवार मैदान में उतार दिए वहीं सपा और भाजपा में मंथन जारी है। दोनों दलों में कई जगह प्रत्याशी बनने की होड़ में आपसी खींचतान भी चल रही है। जिले में 19 अप्रैल को मतदान होगा। ऐसे में देर से प्रत्याशी उतारने वाले दलों को प्रचार का कम ही समय मिलेगा। सपा और भाजपा नेतृत्व में प्रत्याशी चयन के लिए गहन माथापच्ची जारी है। एक-दो दिन यानी पहली अप्रैल के फौरन बाद सभी उम्मीदवारों के नाम हमारे सामने होंगे।
बहुजन समाज पार्टी ने वार्ड दस से डॉ. सोरन सिंह, वार्ड 11 से मीनाक्षी चौधरी और वार्ड 14 से चौ. शूरवीर सिंह को मैदान में उतार दिया है। बसपा ने कई अन्य वार्डों में भी प्रत्याशी चुन लिए हैं। ये सभी लोग प्रचार में संलग्न हैं। सपा और भाजपा प्रत्याशियों की सूची जल्दी ही जारी करने वाले हैं। उसके बाद हल्के-भारी उम्मीदवारों का आकलन शुरु हो जाएगा। बसपा के चौ. शूरवीर सिंह पहले भी जिला पंचायत सदस्य का चुनाव भारी मतों से जीते हैं। वे एक किसान और उद्योगपति हैं। इसी के साथ वे क्षेत्र के लोगों विशेषकर ग्रामांचलों में सक्रिय रहते हैं तथा जरुरत पर उनके साथ खड़े होते हैं। यही वजह है कि लोग उन्हें पसंद करते हैं। वार्ड 14 के सभी गांवों में उन्हें भरपूर समर्थन और प्यार मिल रहा है।
वार्ड 11 से बसपा चौ. बलवीर सिंह की पुत्रवधु मीनाक्षी चौधरी को प्रत्याशी बना रही है। बलवीर सिंह की पत्नी इंदिरावती जिला पंचायत की अध्यक्ष रही हैं। मीनाक्षी पहली बार चुनाव लड़ रही हैं। उनके प्रचार अभियान को चौ. बलवीर सिंह और उनके बेटे निरंजन की युवा टीम संचालित कर रही है। वार्ड के वर्गवार आंकड़े देते हुए बलवीर सिंह दावा कर रहे हैं कि यह सीट वे रिकॉर्ड मतों से जीतने जा रहे हैं। उनका यह भी कहना है कि यह जानकारी भाजपा और सपा नेताओं को भी है। यही वजह है कि उन्हें यहां उम्मीदवार तलाशने में भी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
वार्ड 10 में भी केवल बसपा ने ही अपना उम्मीदवार उतारा है। भाजपा यहां से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सरिता चौधरी के पति चौ. भूपेन्द्र सिंह को मैदान में ला सकती है। वैसे भाजपा और सपा दोनों के प्रत्याक्षी घोषित नहीं हुए। केवल अटकलें ही लगायी जा रही हैं। बसपा उम्मीदवार डॉ. सोरन सिंह बड़े किसान और कई शिक्षण संस्थाओं के स्वामी हैं। वे पूरे जोरशोर से चुनावी प्रचार में संलग्न हैं। वे जीत का दावा कर रहे हैं। वैसे यह वार्ड पिछली दो बार से लगातार बसपा के कब्जे में रहा है। सपा से पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. जितेन्द्र यादव को प्रत्याशी बनाये जाने की अटकले हैं। जिले के सभी 27 वार्डों पर उम्मीदवार घोषित होने के बाद जय-पराजय की अटकलें तेज होंगी।
-टाइम्स न्यूज़ अमरोहा.