दिलचस्प रहेगा गजरौला में पालिका चुनाव, अभी से जुगाड़ भिड़ाने में लगे हैं कई उम्मीदवार

गजरौला में पालिका चुनाव

औद्योगिक नगरी का मुखिया बनने के लिए कई लोग कोशिश में लग गए हैं। अक्टूबर-नवंबर में इसी साल चुनाव होने वाले हैं। अभी निश्चित नहीं है कि पालिका परिषद किस वर्ग के खाते में जाएगी। फिर भी अध्यक्ष पद की कामना पाले सभी वर्गों के लोग सूंघ-सूंघ कर जमीन तैयार कर रहे हैं। ताकि आरक्षण सूची जारी होते ही वे आगे कदम बढ़ाएं।

पूर्व पालिकाध्यक्ष रोहताश कुमार शर्मा का कहना है कि सामान्य वर्ग में आने पर वे फिर से पालिका अध्यक्ष का चुनाव लड़ेंगे। उनका कहना है कि वे बसपा प्रत्याशी होंगे। यदि सीट किसी आरक्षित वर्ग में गयी तो वे खुलकर बसपा उम्मीदवार का चुनाव लड़ायेंगे।

नगर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. आशुतोष भूषण शर्मा का दावा है कि वे सामान्य वर्ग में पालिका के आने पर अध्यक्ष पद का चुनाव जरुर लड़ेंगे। वे भाजपा से टिकट मांग रहे हैं।

दरअसल भाजपा से उम्मीदवारी के लिए सबसे ज्यादा उम्मीदवार हैं जिनमें सामान्य से लेकर आरक्षित वर्गों के दर्जनों लोग हैं। जाट, गूजर, कश्यप और प्रजापति वर्गों के कई लोग उम्मीदवारी की जुगत में हैं। भाजपा के लिए जिला उपाध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह, सुरेन्द्र सिंह औलख, डॉ. आशुतोष भूषण शर्मा, वीरेन्द्र बंसल आदि के नामों की चरचायें शुरु हैं। वहीं मौजूदा पालिका प्रमुख अंशु नागपाल का नाम भी चरचाओं में है। बसपा से रोहताश कुमार शर्मा, जाफर मलिक और निरंजन सिंह का नाम सबसे ऊपर है। सपा से कई लोग डॉ. जितेन्द्र यादव, उमर फारुख सैफी आदि के नाम की चर्चा कर रहे हैं। कई निर्दलीय भी मैदान में होंगे। यदि पालिका ओबीसी खाते में गयी तो उम्मीदवार बहुत अधिक होंगे। जबकि सामान्य या एस.सी. होने पर कम लोग मैदान में उतरेंगे। कुल मिलाकर औद्योगिक नगरी का चुनावी मुकाबला बहुत ही दिलचस्प होने जा रहा है।

-टाइम्स न्यूज़ गजरौला.

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