पालिकाध्यक्ष के लिए आशुतोष व वीरेन्द्र की चर्चाएं, अंशु और रोहताश भी प्रबल दावेदार

गजरौला पालिकाध्यक्ष चुनाव 2022

कई सामाजिक संगठनों से जुड़े डॉ. आशुतेष भूषण शर्मा इसी साल होने जा रहे नगर पालिकाध्यक्ष पद के चुनाव की तैयारी में जुटे हैं। उनका कहना है कि यदि पालिका सामान्य खाते में रही और भाजपा ने उन्हें उम्मीदवार बनाया तो वे चुनाव जरुर लड़ेंगे।

डॉ. शर्मा स्व. डॉ. विद्याभूषण शर्मा के बेटे हैं। उनका परिवार खानदानी चिकित्सकों का परिवार है। उनके दादा स्व. शिवकिशोर शर्मा से लेकर डॉ. आशुतोष भूषण शर्मा तक परिवार के सभी लोग चिकित्सक हैं। ऐसे में उनका सभी वर्गों के लोगों से सम्मानित जुड़ाव है।

यही नहीं डॉ. शर्मा श्री रामलीला परिषद के अध्यक्ष हैं। गांधीवादी खादी संस्था श्रमगढ़ी के भी वे अध्यक्ष हैं। नगर की डॉक्टर्स एसोसिएशन के संरक्षक हैं। वे दो बार नगर पालिका परिषद के सभासद भी रह चुके हैं। व्यापार मंडल में भी सक्रिय भूमिका में हैं। एक बार पालिकाध्यक्ष का चुनाव भी लड़ चुके जिसमें मात्र 40 या 45 मतों से विजयी होने में चूक गये। इस बार मजबूत तैयारी और रणनीति से मैदान में आना चाहते हैं।

डॉ. आशुतोष भूषण शर्मा का कहना है कि वे नगरवासियों की सेवाओं में हमेशा जुटे रहते हैं तथा कोरोना काल में अपने साथियों के साथ जरुरतमंदों की सेवा में रात-दिन जुटे रहे हैं। वे अपने पिताजी के जनसेवा से जुड़े कार्यों को जारी रखे हुए हैं और उनके आदर्शों का पालन करने में कभी पीछे नहीं हटना चाहते।

सामान्य सीट होने पर मौजूदा पालिकाध्यक्ष अंशु नागपाल, पूर्व पालिकाध्यक्ष रोहताश कुमार शर्मा भी मैदान में होंगे। भाजपा जिला उपाध्यक्ष चौ. वीरेन्द्र सिंह भी पालिकाध्यक्ष के दावेदार हैं। वे स्वच्छ छवि के लोकप्रिय नेता हैं। उनकी पत्नी मीनाक्षी चौधरी गजरौला की ब्लॉक प्रमुख हैं। इसी से वीरेन्द्र सिंह के कद का पता चलता है।

-टाइम्स न्यूज़ गजरौला.