ब्लॉक सभागार में श्रमिक दिवस के मौके पर एक सभा का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि ब्लॉक प्रमुख मीनाक्षी चौधरी ने श्रमिकों के महत्त्व, उनके परिश्रम, समस्याओं और समाधान पर प्रकाश डाला। उन्होंने मनरेगा में 100 दिन काम करने वाले श्रमिकों को प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किए। साथ ही मेहनतकश वर्ग की समस्याओं के समाधान के प्रति प्रतिबद्धता जाहिर की।
ब्लॉक प्रमुख ने कार्यक्रम में मौजूद श्रमिकों और ब्लॉक कार्यालय के अधिकारियों तथा कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ऐसी नीतियां तैयार कर रही है जिससे सभी को रोजगार मिले और आम आदमी खुशहाल जीवन जिए। उन्होंने श्रमिक समस्याओं को उजागर करते हुए उनके निदान के लिए पूरी कोशिश का भरोसा दिलाया। मीनाक्षी चौधरी ने कहा कि यह कोशिश हो रही है कि ग्रामांचलों में बसे श्रमिकों को शहरों की ओर जाने के बजाय गांवों में ही उनके लिए रोजगार सृजन किया जाए। उन्होंने भरोसा दिया कि भाजपा सरकार श्रमिकों को उनके परिश्रम का वाजिब मूल्य प्रदान कर रही है श्रमिकों का शोषण बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि परिश्रम के सहारे ही देश प्रगति करता है। ऐसे में श्रमिकों के कल्याण पर केन्द्र और राज्य दोनों सरकारों का विशेष फोकस है। जो लोग गर्मी, सर्दी सहित विपरीत मौसम में काम कर रहे हैं उसे कैसे भुलाया जा सकता है। ब्लॉक प्रमुख ने कहा कि चाहें कृषि क्षेत्र हो, उद्योग धंधे हों, सड़क या भवन निर्माण हो, सभी कार्यों का भार श्रमिक वर्ग पर ही है। इस वर्ग के बिना कुछ भी संभव नहीं। ऐसे में इतने महत्वपूर्ण वर्ग की चिंता हम सभी को होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि लंबे समय से संघर्षरत मेहनतकश वर्ग वैध और बुनियादी जरुरतों के लिए संघर्ष करता रहा है। इसके लिए मौजूद सरकार बहुत काम कर रही है। ब्लॉक प्रमुख ने कहा कि श्रमिकों के सुख-दुख में वे उनके साथ हैं। श्रमिकों की खुशहाली के लिए वे अपने स्तर से काम करती रहेंगी। उन्होंने मजदूरों को उचित मजदूरी तथा दूसरी सुविधायें उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया। साथ ही मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों से श्रमिकों के प्रति दायित्वों को निभाने का आग्रह किया। उन्होंने श्रमिक दिवस पर श्रमिकों के उज्जवल भविष्य की मंगलकामनाओं के साथ बधाई दी।
खादगूजर रोड स्थित एस.आर.एस. इंटरनेशनल स्कूल में भी श्रमिक दिवस मनाया गया। इस मौके पर स्कूल निदेशक पुनीत सिंह ने छात्रों को श्रमिकों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए श्रमिक दिवस के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एक तरह से हम सभी श्रम करते हैं। ऐसे में श्रमिकों की कठिनाइयों और महत्व को हमें भली भांति गंभीरता से लेना चाहिए। उन्होंने छात्रों को बताया कि शारीरिक श्रम के बल पर कृषि से लेकर कारखानों आदि में जो वर्ग काम कर रहा है उसी के सहारे देश का विकास संभव है। यदि इस वर्ग को जीवन की मूलभूत सुविधाओं के लिए पर्याप्त मजदूरी न मिले तो यह न्याय नहीं। उन्होंने बताया कि श्रमिक दिवस श्रमिकों की समस्याओं को समझने तथा उनके समाधान की राह खोजने के लिए मनाया जाता है। हम सभी को अपने तथा अपने देश की तरक्की के वास्ते श्रमिक वर्ग के प्रति सहानुभूति रखनी होगी। उन्होंने श्रमिकों की सेवाओं से प्रेरणा लेने का छात्रों से आहवान किया। इस मौके पर स्कूल के प्रधानाचार्य धर्मेन्द्र चतुर्वेदी ने भी विचार व्यक्त किए।
-टाइम्स न्यूज़ गजरौला.