गजरौला की कमान किसके हाथ?

गजरौला नगर पालिका

केन्द्र और प्रदेश में भाजपा की डबल इंजन सरकार की वजह से पालिकाध्यक्ष का टिकट हथियाने की होड़ में पार्टी के कई नेता शामिल हैं। कुछ लोग खुलकर सामने हैं तथा कई ने दीपावाली पर लगवाये पोस्टरों पर इशारे किए हैं। कुछ नेता मौन हैं लेकिन उनके समर्थक उन्हें उम्मीदवारी की दावेदारी के लिए दबाव बना रहे हैं। मौजूदा पालिकाध्यक्ष अंशु नागपाल भाजपा की ओर से सबसे मजबूत दावेदार हैं बशर्ते सीट सामान्य वर्ग में रहे। डॉ. आशुतोष भूषण शर्मा भी पूरी कोशिश में लगे हुए हैं।

पिछड़ा वर्ग में भाजपा जिला उपाध्यक्ष तथा ब्लॉक प्रमुख मीनाक्षी चौधरी के पति वीरेन्द्र सिंह को पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता उम्मीदवार बनाने के पक्ष में हैं। उनका कहना है कि वीरेन्द्र सिंह की छवि एक उदार एवं निर्विवाद नेता की है। वे सभी वर्गों में लोकप्रिय हैं। उनकी शालीनता और सबको साथ लेकर चलने की नीति उन्हें कुशल नेतृत्वकार सिद्ध करती है। वीरेन्द्र सिंह का कहना है कि वे अपने शीर्ष नेतृत्व के आदेश तथा साथी कार्यकर्ताओं की राय पर हमेशा अमल करते हैं  और एक अनुशासित तथा समर्पित कार्यकर्ता हैं। मुझे पार्टी जो भी दायित्व सौंपती है मैं उसका उचित निर्वहन करता हूं।

पिछड़ा वर्ग में आशाराम फिलिंग स्टेशन के स्वामी युवा तथा कर्मठ चेहरा विचित्र भाटी भी भाजपा से उम्मीदवारी की कोशिश में हैं। वे भी बेदाग छवि, उदारवादी और समाज सेवा में संलग्न हैं। उनका दावा है कि उनके साथ शिक्षित युवाओं और कर्मठ कार्यकर्ताओं की संख्या है। वे कई भाजपा नेताओं को आमंत्रित कर चुके हैं तथा उनसे बराबर संपर्क में हैं।

एस.सी. वर्ग में अभी भाजपा से रामरतन सिंह दावेदारी करते दिख रहे हैं। वे भाजपा में अनुसूचित जाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष हैं। वे पार्टी में काफी सक्रियता से जुड़े हैं और समर्पित भाव से सेवा कर रहे हैं।

समाजवादी पार्टी से पूर्व जिलाध्यक्ष और वरिष्ठ सपा नेता डॉ. जितेन्द्र यादव को यदि उम्मीदवार बनाया जाता है तो वे पार्टी को यहां कामयाबी दिलायेंगे। उन्होंने यह दावा गजरौला टाइम्स के सामने किया। इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि वे पक्के समाजवादी हैं। इसलिए पार्टी जिसे भी उम्मीदवार बनायेगी उसे पूरी ताकत से लड़ायेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि क्षेत्र व नगर के सभी वर्गों के लोगों से उनके बेहतर संबंध हैं। समाजवादी विचारधारा ही समाज के सारे वर्गों को एक साथ जोड़ने का काम करती है।

बसपा से रोहताश शर्मा एक बार फिर नगर प्रमुख के लिए कोशिश में हैं। वे एक बार यह चुनाव जीतकर नगर पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं। वे घर-घर जाकर लोगों से संपर्क साध रहे हैं। प्रचार में वे दो माह से जुटे हुए हैं। यदि नगर सामान्य वर्ग में आता है तो वे बसपा उम्मीदवार होंगे। जिला पंचायत सदस्य मीनाक्षी चौधरी के पति निरंजन सिंह भी बसपा से उम्मीदवारी के पक्षधर हैं। उनका कहना है कि यदि नगर बी.सी. में गया तो बसपा के वे एकमात्र दावेदार हैं। जबकि पूर्व विधायक हरपाल सिंह और बसपा के पूर्व मंडल को-आर्डिनेटर देवेन्द्र पाल सिंह गुड्डू भी पार्टी से अध्यक्ष पद की उम्मीदवारी चाहते हैं।

-टाइम्स न्यूज़ गजरौला.