बुधवार दिन भर हुई बरसात के बाद खादर क्षेत्र में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। जहां गंगा का जलस्तर 200.80 मीटर था, वह बढ़कर 201 मीटर तक पहुंच गया। इसके बाद खादर के क्षेत्र के गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। बिजनौर बैराज से भी नौ हजार क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया है, जिससे स्थिति और खराब हो गयी है। जलस्तर बढ़ने से क्षेत्र के लोगों की चिंता बढ़ गयी है।
वहीं टापू पर बसे गांवों जाटोवाली, शीशोवाली, आदि पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। फसलों का सबसे अधिक नुक्सान हुआ है। पशुओं के चारे की समस्या भी उत्पन्न हो गई है।
आवागमन भी बाधित हुआ है। कई जगह मकान गिर गए और जनजीवन पर इसका सीधा प्रभाव देखा गया है।
बिजली आपूर्ति ठप हो गयी है। रास्तों में कीचड़ आदि होने से वहां से गुजरना दुश्वार हो रहा है।
गजरौला में कुदैना चक में मकान गिरने से दो लोग घायल हो गए। मलबे में दबने की वजह से उनके पशु भी घायल हुए हैं।
उझारी क्षेत्र में चार मकान ढह गए। वहीं एक पेट्रोल पंप की दीवार गिर गई। हसनपुर क्षेत्र में मकान गिरने से एक किशोरी घायल हो गयी। उसके अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मंगरौला में दीवार व छत का हिस्सा गिरने से उसके नीचे परिवार दबकर घायल हो गया। इसके अलावा कई जगह मकान व दीवार गिरने के समाचार मिले हैं।
-टाइम्स न्यूज़ अमरोहा.